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सोमवार, दिसंबर 21, 2009

मेयर का चुनाव लड़ रही है हमारी सहपाठी



छत्तीसगढ़ में इन दिनों नगरीय निकाय चुनावों की बयार बह रही है। पहले चरण का मतदान भी आज होने वाला है। दूसरे चरण का मतदान 23 दिसंबर को होगा। इसी दिन रायपुर के मेयर का भी फैसला होगा। रायपुर के कांग्रेस ने मेयर पद का प्रत्याशी जिन श्रीमती किरण नायक को बनाया है, वह हमारे साथ कुसुम ताई दाबके लॉ कॉलेज में पढ़ीं हैं। यह बात हमें पिछले साल तक मालूम भी नहीं थी यह बात एक पत्रवार्ता के समय खुद श्रीमती नायक ने बताई थी।

पिछले साल जब हम एक दिन प्रेस क्लब गए थे तो वहां से एक पत्रकार वार्ता के बाद श्रीमती किरण नायक निकलीं और प्रेस क्लब के बाहर खड़े होकर बात कर रही थीं, उनके साथ हमारे कॉलेज के एक मित्र संजय चोपड़ा भी खड़े थे, हमने उनको मजाक में कहा कि क्यों बे भईया यानी हमें पहचानता नहीं है क्या? उन्होंने कहा कि नहीं राजू भईया ऐसी बात नहीं है। तभी किरणमणी ने हमसे पूछा कि इनको कैसे जानते हैं, हमने बताया कि हम लोग साथ में पढ़े हैं, तब उन्होंने कहा कि जब आप कुसुम ताई दाबके में पढ़े हैं तो मुझे कैसे नहीं जानते हैं? हमने कहा कि हम तो आपका नहीं जानते हैं, तब उन्होंने ही बताया कि वह भी हमारे साथ पढ़ीं हैं।

वास्तव में हमें इसके पहले मालूम ही नहीं था कि किरणमणी नायक जैसी अधिवक्ता हमारे साथ कभी पढ़ीं थी जिनका इनता नाम है अपने राज्य में। संभवत: हम उनको इसलिए भी नहीं पहचान सके क्योंकि एक तो कॉलेज में हमने कभी किसी लड़की से खुद से बात नहीं की, दूसरे यह कि हम कॉलेज काफी कम जाते थे। इसके पीछे कारण यह था कि हम जब कॉलेज जाते थे तो हमारे सवालों से प्रोफेसर परेशान हो जाते थे, कहते थे कि यार तुम तो क्लास में आया मत करो।

किरणमयी एक अच्छी वकील हैं। उन्होंने ही रायपुर के मेयर तरूण चटर्जी के खिलाफ हाई कोर्ट में एक मामला दर्ज कराया था, जब वे महापौर के साथ प्रदेश सरकार में मंत्री थे। उन्होंने जन हित से जुड़े कई मुद्दों पर मुकदमें लड़ हैं। ऐेसी प्रत्याशी को कांग्रेस ने मैदान में उतार कर प्रदेश की भाजपा सरकार की परेशानी बढ़ाई है। अब यह बात अलग है कि वह जीतती हैं या हारती हैं।

किरणमणी की छबि पर अगर मतदाता मुहर लगाने की मानसिकता बनाएंगे तो जरूर वह जीत जाएंगी, लेकिन मतदाताओं को अगर यह लगा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और कांग्रेस की मेयर बनने से विकास बाधित हो सकता है तो जरूर किरणमणी हार सकती हैं। अब यह तो मतदान के बाद होने वाली मतगणना से मालूम होगा कि क्या होता है।

6 टिप्पणियाँ:

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) सोम दिस॰ 21, 09:43:00 am 2009  

श्रीमती किरण नायक जी कि जीत कि कामना करता हूँ....

ताऊ रामपुरिया सोम दिस॰ 21, 02:20:00 pm 2009  

बहुत शुभकामनाएं जी. अवश्य विजयी होंगी.

रामराम.

दिनेशराय द्विवेदी सोम दिस॰ 21, 08:22:00 pm 2009  

किरण जी को शुभकामनाएँ!
उन का प्रोफाइल कुछ अधिक बताते तो अच्छा लगता। वे अधिवक्ता हैं। हमारे ही प्रोफेशन की हैं। वे जीतें और नगरनिगम प्रशासन को स्वस्थ और जनोपयोगी बनाएँ। यही कामना है।

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