हमारी सहपाठी बन गई मेयर-अब दिखाएंगी अपना डेयर
जीत के बाद किरणमयी नायक भाजपा के पूर्व मेयर सुनील सोनी के साथ
कल सुबह से प्रारंभ हुई वोटों की गिनती ने अंतत: देर रात को यह अच्छी खबर दे ही दी कि हमारी सहपाठी किरणमयी नायक मेयर का चुनाव जीत गई हैं। उनकी इस जीत से जहां राजधानी की जनता खुश है कि चलो एक अच्छी मेयर मिली है, वहीं प्रदेश की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के उन मंत्रियों और नेताओं की नींद उड़ गई है जो गोरखधंधा करते हैं। अब इसमें कोई दो मत नहीं है कि मेयर मैडम अपना डेयर दिखाएंगी और राजधानी से जरूर उन भूमाफियाओं को साफ कर देगीं जिनके कारण राजधानीवासी परेशान रहते हैं। हमारे लिए जहां एक खुशी की खबर यह रही है कि हमारी सहपाठी मेयर बन गई हैं, वहीं इस खुशी में उस समय और इजाफा हो गया जब दूसरी खबर यह आई कि हमारी भाभी कविता ग्वालानी पार्षद का चुनाव कांग्रेस की टिकट से जीत गई हैं।
23 दिसंबर को नगरीय निकाय के लिए हुए मतदान की गिनती जब 27 दिसंबर को सुबह 8 बजे से प्रारंभ हुई तो पहले चरण से ही सभी की जुबान पर एक ही नाम था किरणमयी नायक का और देर रात अंत में उन्होंने जीत का परचम लहरा कर राजधानी की पहली महिला मेयर होने का इतिहास रच दिया। उनकी जीतने की उम्मीद तो सबको पहले से थी पर एक शंका यह जरूर थी कि सत्ता में बैठी भाजपा के वे मंत्री और नेता कभी नहीं चाहेंगे कि मेयर का पद कांग्रेस की एक ऐसी नेत्री के हाथ लगे जो उनके लिए किसी पद में न रहते हुए भी हमेशा सिरदर्द रही है। किरणमयी ने एक अच्छी वकील होने के नाते हमेशा जनता का साथ दिया है।
ऐसे में सत्ता के दलाल इस बात को भली भांती जानते थे कि अगर राजधानी में नई किरण आ गई तो उनकी खैर नहीं। उनकी हर संभव कोशिश को नाकाम करते हुए किरणमणी जनता के लिए एक नई किरण बनकर सामने आ गई हैं। अब जनता को इस बात का पूरा भरोसा है कि उनकी अगुवाई में जहां राजधानी का विकास होगा, वहीं गरीबों के साथ न्याय होगा और वह जरूर उन भूमाफियाओं को समाप्त करने का काम करेगी जो सत्ता के दमदार मंत्रियों के संरक्षण में लगातार पनप रहे हैं। इन मंत्रियों की शह पर ही राजधानी की न जाने कितनी जमीनों को भूमाफिया हड़प गए हैं। अब इनकी खैर नहीं कहा जाए तो गलत नहीं होगा। देखना है कि अब अपनी मेयर ऐसा डेयर दिखाने का काम कब से प्रारंभ करती हैं।
10 टिप्पणियाँ:
सहपाठी के विजयी होने पर आप को बहुत बहुत बधाइयाँ। पुराने मेयर सोनी जी से तो प्रेस क्लब में भेंट हुई थी। रायपुर राजधानी के रुप में विकसित हो रहा है इस समय एक कठोर नगर नियंत्रण की आवश्यकता है। आशा है नयी मेयर इस में सफल होंगी।
बहुत बधाई आपकी सहपाठी की जीत पर..
यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।
हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.
मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.
निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।
एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
आपका साधुवाद!!
शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी
बहुत बहुत बधाई. अब परिश्रम के दिन आये.
आपको बहुत-बहुत...बहुतायत में बधाई...
बहुत बहुत बधाई.....
बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं. नये साल की रामराम.
रामराम.
badhai, tumhare dono haatho me hi laddu..?
mehanat ka to fal milta hai.
aaj nahi to kal milta hai.
ho taareefe agar kaam kee
jeevan ko sambal milta hai.
badhai, tumhari sakriyta dekh kar khushi hoti hai.
बधाई आपको अब खूब रहेगा डेअर ....
बधाई
आपको, रायपुर की जागरूक जनता को
बी एस पाबला
सहपाठी के जीत की खुशी ..आपको बधाई!!
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