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मंगलवार, अगस्त 18, 2009

गंदे टिप्पणिकार कभी नहीं आएंगे बाज-चाहे गिरे बिग-बी जैसे ब्लागर पर गाज


अपनी ब्लाग बिरादरी के लिए एक दुखद खबर है कि अपने बिग-बी यानी अमिताभ बच्चन ने अब गंदे टिप्पणीकारों से परेशान होकर अपना ब्लाग बंद करने की चेतावनी दे दी है। उनकी इस चेतावनी पर जरूर ऐसे गंदे टिप्पणीकार जश्न मना रहे होंगे कि देखों हमने सदी के महानायक की बोलती बंद करने का इंतजाम कर दिया है। दूसरी तरफ अमित जी के लाखों चाहने वाले परेशान हैं कि अगर उन्होंने ब्लाग लिखना बंद कर दिया तो उनका क्या होगा। उनके चाहने वालों ने उनके ब्लाग पर ब्लाग बंद न करने का आग्रह किया है। देखें.. उनका ब्लाग बिग-अड्डा । अमित जी जैसे सुलझे हुए इंसान को ऐसी छोटी-छोटी बातों से परेशान नहीं होना चाहिए। उनके लिए ज्यादा अच्छा होगा कि वे ब्लाग पर मोडरेशन प्रारंभ कर दें। या फिर टिप्पणी देने की सुविधा ही समाप्त कर दें। ऐसा करने से कम से कम उनके चाहने वालों को उनको पढऩे से वंचित नहीं होना पड़ेगा। ब्लाग बिरादरी भी चूंकि इस दुनिया का हिस्सा है तो यहां पर भी जरूर अच्छे के साथ गंदे लोग भी हैं। अब ऐसे लोगों से हम लोगों को निपटने के रास्ते निकालने होंगे न कि इनसे डर कर भागने का काम करना होगा। अगर हम भाग गए तो क्या मतलब। अमित जी को अपनी ही फिल्म शोले के गब्बर सिंह का वह डॉयलाग तो आज भी याद होगा जो डर गया समझो मर गया। अगर आप मैदान छोड़कर भाग रहे हैं, मतलब आप मर गए हैं। मैदान छोडऩे में कभी समझदारी नहीं होती है।

ब्लाग बिरादरी में गंदे टिप्पणीकारों से आज हर कोई परेशान है। ऐसे लोगों से बचने के लिए ज्यादातर ब्लागरों ने मोडरेशन का सहारा लिया है। यानी आपके ब्लाग में कोई भी टिप्पणी तब तक सामने नहीं आ सकती है, जब तक आप उसकी इजाजत नहीं देंगे। लेकिन मोडरेशन का सहारा लेना हर किसी के बस की बात इसलिए नहीं होती है क्योंकि हर किसी के पास इतना समय नहीं होता है कि वह यह देखे कि उनके ब्लाग में कितनी और किस तरह की टिप्पणियां आई हैं। जब मामला बिग-बी यानी अमिताभ बच्चन का हो तो यह बात और आसानी से समझी जा सकती है कि इस सदी के महानायक के पास इतना समय ही कहां है कि वे अपनी टिप्पणियों को देख सकें कि उसमें क्या गलत लिखा है। ऐसे में लगता है कि उन्होंने मोडरेशन का प्रारंभ करना जरूरी नहीं समझा। उन्होंने ऐसा किया तो यह उनकी महानता है कि उन्होंने हर किसी के लिए अपने ब्लाग को खुला रखा कि आप आएं और टिप्पणी करें। लेकिन इस सुविधा का अंत में उन गंदे लोगों से फायदा उठा ही लिया जिनका मकसद ही अच्छे ब्लागरों को परेशान करना है।

अमित जी ने जिस तरह से अपने ब्लाग को बंद करने की चेतावनी दी है उसके बाद से यह सोचना जरूरी हो गया है कि क्या कोई ऐसी तकनीक नहीं है जिससे गंदी टिप्पणियां स्वत: ही मोडरेशन हो जाए ताकि अमित जी जैसे लोग जिनके पास समय की कमी है उनकी अनचाही टिप्पणियां सामने ही न आएं। ऐसा होने से अच्छा लिखने वाले आहत भी नहीं होंगे और कभी लिखने से किनारा करने के बारे में सोचेंगे भी नहीं। अगर अमित जी ने वास्तव में ब्लाग लिखना बंद कर दिया तो यह ब्लाग बिरादरी के लिए बहुत घातक होगा। ऐसा होने से गंदे टिप्पणीकारों के हौसले बढ़ जाएंगे कि हमने तो सदी के महानायक की बोलती बंद कर दी फिर बाकी ब्लागरों की औकात की क्या है। ऐसे में पूरी ब्लाग बिरादरी के लिए यह जरूरी हो जाता है कि अपने बिग-बी ब्लाग बंद न करें। वैसे तो उनके ब्लाग में सैकड़ों चाहने वालों ने उनसे ब्लाग बंद न करने का आग्रह किया है। हमें लगता है कि अमित जी भी अपने चाहने वालों की कदर करेंगे। वे जानते हैं कि उनके चाहने वाले इस दुनिया में लाखों की संख्या में हैं। अमित जी संभवत: उस दिन को नहीं भूले होंगे जब उनको फिल्म कुली की शूटिंग में पुनीत इस्तर के हाथों से चोट लग गई थी और वे जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे, तब उनको अपने चाहने वालों की दुवाएं ही मौत के मुंह से निकाल कर लाई थी। ऐसे में भला कैसे वे अपने चाहने वालों का दिल चंद गंदे लोगों के कारण तोड़ सकते हैं।

अमित जी से हम इतना ही कहना चाहेंगे कि सारी ब्लाग बिरादरी उनके साथ हैं। उनको मैदान छोड़कर जाने का ख्याल भी अपने दिमाग से निकाल देना चाहिए। अगर वे मैदान छोड़कर चले गए तो यह घातक होगा। बेसक वे चाहें तो अपने ब्लाग में टिप्पणियों का रास्ता बंद कर दें। हालांकि यह उनके और उनके चाहने वालों के लिए ठीक नहीं होगा, लेकिन ब्लाग बंद करने के रास्ते से तो यह रास्ता अच्छा ही होगा। कम से कम अमित जी के चाहने वाले उनको पढ़ पाएंगे।

यहां पर हम एक बार फिर से गुगल से आग्रह करना चाहेंगे कि उनको इस दिशा में काफी गंभीरता से सोचना चाहिए। अगर गुगल में किसी का जी-मेल या फिर ब्लाग बनाने के लिए उनसे सही नाम पता और उसका आईडी प्रफू लिया जाए तो बदमाशी पर काफी हद तक रोक लग सकती है। हम जानते हैं कि बदमाशी करने वाले गलत आईडी प्रफू देकर आईडी बना सकते हैं। आज के जमाने में कुछ भी संभव है। लेकिन आईडी प्रफू लेने से समस्या का हल निकल जाएगा, ऐसा हमारा मानना है। इस पर छद्म नाम से लिखने वालों को आपति हो सकती है, लेकिन छद्म नामों से कारण अपने सही नामों से लिखने वाले अमित जी जैसे ब्लागरों की अनदेखी करना बिलकुल गलत होगा। अगर आप चाहते हैं कि आपके लेखन को लोग जाने और आप अच्छा लिखने की मानसिकता रखते हैं तो फिर सही नाम से लिखने में क्या आपति है।

14 टिप्पणियाँ:

Unknown मंगल अग॰ 18, 09:16:00 am 2009  

सच में दुखद खबर है कि गंदे टिप्पणिकारों के कारण बिग-बी जैसे ब्लागर ने ब्लाग बंद करने का फैसला किया है।

anu मंगल अग॰ 18, 09:28:00 am 2009  

गुगल से आग्रह करना चाहेंगे कि उनको इस दिशा में काफी गंभीरता से सोचना चाहिए। अगर गुगल में किसी का जी-मेल या फिर ब्लाग बनाने के लिए उनसे सही नाम पता और उसका आईडी प्रफू लिया जाए तो बदमाशी पर काफी हद तक रोक लग सकती है।
आपका गुगल को दिया गया सुझाव उपयुक्त लगता है।

gita,  मंगल अग॰ 18, 09:39:00 am 2009  

गंदी टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कुछ तो करना ही होगा।

Unknown मंगल अग॰ 18, 09:57:00 am 2009  

जो डर गया समझो मर गया, यह बात तो ठीक है। अमित जी इस बात को समझें।

suman,  मंगल अग॰ 18, 10:05:00 am 2009  

गुगल को कोई रास्ता निकालना चाहिए।

Unknown मंगल अग॰ 18, 10:36:00 am 2009  

अमित जी को ब्लाग बंद नहीं करना चाहिए।

mona,  मंगल अग॰ 18, 10:41:00 am 2009  

बिग-बी ने ब्लाग बंद कर दिया तो ब्लाग जगत के लिए लानत वाली बात होगी। क्यों सो रहा है ब्लाग जगत मदद करने सामने क्यों नहीं आता है।

asvani kumar,  मंगल अग॰ 18, 01:20:00 pm 2009  

अगर अमित जी ने वास्तव में ब्लाग लिखना बंद कर दिया तो यह ब्लाग बिरादरी के लिए बहुत घातक होगा। ऐसा होने से गंदे टिप्पणीकारों के हौसले बढ़ जाएंगे कि हमने तो सदी के महानायक की बोलती बंद कर दी फिर बाकी ब्लागरों की औकात की क्या है। ऐसे में पूरी ब्लाग बिरादरी के लिए यह जरूरी हो जाता है कि अपने बिग-बी ब्लाग बंद न करें।
आपकी इस बात से सहमत हैं।

Unknown मंगल अग॰ 18, 02:08:00 pm 2009  

ऐसे मामलों में तकनीकी जानकारों को सामने आकर मदद करनी चाहिए।

Udan Tashtari मंगल अग॰ 18, 07:50:00 pm 2009  

मॉडरेशन लगायें और मस्ती में लिखते जायें.

विवेक सिंह मंगल अग॰ 18, 08:10:00 pm 2009  

उनके ब्लॉग पर तो टिप्पणी मॉडरेशन है ! फिर भी परेशान ?

Arvind Mishra मंगल अग॰ 18, 08:18:00 pm 2009  

मतलब अब वे टंकी पर चढेगें ?

berojgar,  बुध अग॰ 19, 12:04:00 am 2009  

band kar den hamen kya fark padata hai.ya ye kahin blog ka pablisity stant to nahi?

king khan,  बुध अग॰ 19, 12:10:00 am 2009  

dhamaki to aise de rahe han jaise mukesh ambani gas ki suply band kar dene ki dete hain.
kal likhan band karate hioon to aaj hi karo na.waise bhi angreji men likhate hain.
aur likhate bhi kya hain...aaj bahu ko bukhar ho gaya,kal abhishek ghar par akela tha.shweta aur abhishek ne rakhi bandhi...ye sab wo log padhate hain jo in logon ki chamak se prabhavit rahate hain....bada ahsan hoga blog jagat par likhana band kar denge to..huh

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