बारिश की पडऩे लगी फुहार-अब छाएगी चाय-पकौड़ों की बहार
लंबे इंतजार के बाद अब बरखा रानी झूम-झूम कर बरसने लगी हैं। इसी के साथ मौसम सुहाना हो चला है। अब बारिश के सुहाने मौसम के साथ जैसे-जैसे रिमझिम फुहारे पडऩे लगेंगी, सबको पकौड़ों और चाय की याद सताएगी और सभी घरों में फरमाईशी कार्यक्रम प्रारंभ हो जाएंगे।
1 टिप्पणियाँ:
ग्वालानी जी,
सत्यवचन, अभी-अभी एक प्लेट और प्याला निबटाया है।
आप सपरिवार सदा सुखी स्वस्थ तथा प्रसन्न रहें। यही कामना है।
देर के लिये क्षमा चाहता हूं।
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