आखिर वो मिल ही गई
जिसकी हमें लंबे समय से तलाश थी
आखिर वो हमें मिल ही गई
जब वो मिल गई तो
दिल की कली खिल गई
उसके जाने के बाद दिल उदास था
उसके खोने का हमको दुखद अहसास था
लगता था अब हमें वो कभी न मिल पाएगी
जिंदगी भर की गई मेहनत बेकार जाएगी
बहुत ज्यादा तड़प थी उसके लिए दिल में
वो बेवफा न जाने जा छुपी थी कौन से बिल में
पर अचानक वो हमारे जन्मदिन के तोहफे के रूप में
जन्मदिन के एक दिन बाद बिना खबर के सामने आ गई
उसको देखते ही हमारा चेहरा खिल गया
ऐसा लगा हमें कारू का खजाना मिल गया
ये कारू का खजाना क्या है बता देते हैं हम
ज्यादा देर हुई तो निकल न जाए आपका दम
जिसने हमें इतना छकाया वो है कविताओं की डायरी
जिसमें हमने लिखी है अलग-अलग अंदाज की शायरी
अब हम अपनी डायरी के किस्से भी आपसे बांटेंगे
अपनी पुरानी कविताएं लिखकर सबको चाटेंगे
नोट: अपनी बरसों पुरानी कविताओं की डायरी मिलने की खुशी में हमने कल रात को बैठकर यह एक नई रचना लिखी है जो आप लोगों के दरबार में पेश है। हमारी कविताओं की डायरी में काफी कुछ है जिसको आगे हम बांटने का प्रयास करेंगे।
14 टिप्पणियाँ:
पहले तो ऐसा लगा कि आप अपनी किसी पुरानी मोहब्बत का राज खोलने वाले हैं, पर अंत में पता चला कि आपकी प्यारी डायरी मिल गई। आपको कविताओं की डायरी मिलने की बधाई, आपकी कविताओं का भी इंतजार रहेगा।
जिसने हमें इतना छकाया वो है कविताओं की डायरी
जिसमें हमने लिखी है अलग-अलग अंदाज की शायरी
अब हम अपनी डायरी के किस्से भी आपसे बांटेंगे
अपनी पुरानी कविताएं लिखकर सबको चाटेंगे
क्या खुब लिखा है, बधाई
अब उस डायरी मे से कुछ सुनाओ!!
आगाज इतनी हसीन है तो अंजाम क्या होगा गुरु
मस्त अंदाज में लिखी आपने कविता, बधाई
अच्छी खबर दी है।
पुरानी रचनाओं से ब्लॉग को धन्य करो।
आपके इस हुनर का तो पता ही नहीं था
मुझे भी आपकी कविताओ का इंतजार रहेगा..........बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
मिल गयी, तो फिर लीजिए बधाई।
वैसे आपने इस बहाने अच्छी रचना सुनाई।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
अच्छी रचना, बधाई
बहुत ज्यादा तड़प थी उसके लिए दिल में
वो बेवफा न जाने जा छुपी थी कौन से बिल में
बहुत ही जोरदार लाइनें हैं, बधाई
एक डायरी को एक प्रेमिका का रूप तो एक कवि मन ही दे सकता है, बधाई
नई रचना इतनी अच्छी है तो पुरानी का क्या हाल होगा, कब होंगे आपकी पुरानी रचनाओं के दर्शन
अच्छी रचना है
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