बांहों का सहारा
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
एक अभिशाप सी थी मेरी जिंदगी
तुम्हारे प्यार से महक उठी जिंदगी
तुमने ला दिया प्यार के रास्ते पर जब
दिल के साहिल को किनारा मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
जिंदगी तडफ़ती थी एक नजारे को
तुमने नजारों का खजाना दिया
मुस्कुराई जब-जब भी तुम
हमें भी मुस्कुराने का बहाना मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
प्रिंस को जब किसी से प्यार न था
दिल की धड़कन का अहसास न था
हो गया जब से प्यार प्रिंस को
दिल की धड़कन का अहसास मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
गिरते थे राहों पे ठोकरें खोकर जब हम
किसी को हाथ बढ़ाना गंवारा न था
जबसे आई तुम जिंदगी में मेरी
मुझे तुम्हारी नाजुक बांहों का सहारा मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
एक अभिशाप सी थी मेरी जिंदगी
तुम्हारे प्यार से महक उठी जिंदगी
तुमने ला दिया प्यार के रास्ते पर जब
दिल के साहिल को किनारा मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
जिंदगी तडफ़ती थी एक नजारे को
तुमने नजारों का खजाना दिया
मुस्कुराई जब-जब भी तुम
हमें भी मुस्कुराने का बहाना मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
प्रिंस को जब किसी से प्यार न था
दिल की धड़कन का अहसास न था
हो गया जब से प्यार प्रिंस को
दिल की धड़कन का अहसास मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
गिरते थे राहों पे ठोकरें खोकर जब हम
किसी को हाथ बढ़ाना गंवारा न था
जबसे आई तुम जिंदगी में मेरी
मुझे तुम्हारी नाजुक बांहों का सहारा मिला
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
10 टिप्पणियाँ:
गिरते थे राहों पे ठोकरें खोकर जब हम
किसी को हाथ बढ़ाना गंवारा न था
जबसे आई तुम जिंदगी में मेरी
मुझे तुम्हारी नाजुक बांहों का सहारा मिला
बहुत ही सुदंर कविता है, बधाई
रचना के साथ फोटो सभी सुंदर लगाई है।
रचना के साथ फोटो सभी सुंदर लगाई है।
राजकुमार,वर्षो पुराना तुम्हारा परिचय आद आ गया कवि,लेखक पत्रकार और अब उसमे ब्लागर भी जुड़ गया है।
लाजवाब रचना
प्रिंस को जब किसी से प्यार न था
दिल की धड़कन का अहसास न था
हो गया जब से प्यार प्रिंस को
दिल की धड़कन का अहसास मिला
बहुत ही सुन्दर कविता है
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति है
लाजवाब रचना है
बेसहारा जिंदगी को जब मिली तुम
हमें ऐसा लगा कोई सहारा मिला
बहुत अच्छी रचना
बहुत सुन्दर कविता
बधाई
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