प्रिंस पहेली 3
हमारे एक मित्र हैं उनके तीन-तीन बैंकों में खाते हैं। उनकी आदत है कि वे जब भी किसी बैंक में जाते हैं तो जाते समय जहां बैंक के गार्ड को कुछ पैसे देते हैं, वहीं बैंक के अंदर चपरासी को चाय-नाश्ते के लिए भी कुछ पैसे देते हैं। एक दिन जब वे बैंक जाते हैं तो वे सोचकर जाते हैं कि वे आज सबको पांच-पांच रुपए देंगे।
पहली बैंक में जाते समय वे गार्ड को पांच रुपए का एक नोट देते हैं। जब वे अंदर जाते हैं तो उनके पास जितने पैसे रहते हैं बैंक से उनको डबल होकर मिलते हैं। वापसी में वे चपरासी को पांच रुपए देकर निकलते हैं।
दूसरी बैंक में भी वे गार्ड को पांच रुपए देकर अंदर जाते हैं। बैंक में उनको यहां पर भी जितने पैसे बचते हैं उसके डबल मिल जाते हैं। इस बैंक में भी वे चपरासी को पांच रुपए देते हैं।
तीसरी बैंक में अंदर जाने से पहले वे गार्ड को पांच रुपए देते हैं। अंदर उनके पैसे डबल हो जाते हैं। इस बैंक में भी वे चपरासी को पांच रुपए देते हैं। जब वे चपरासी को पांच रुपए देकर बैंक से वापस निकलते हैं तो उनके पास बिलकुल पैसे नहीं बचते हैं।
अब बताना यह है कि हमारे वे मित्र कितने पैसे लेकर बैंक जाते हैं।
12 टिप्पणियाँ:
अरे ये तो रिश्वत का मामला लगता है गुरु
पैसे डबल करने वाले बैंक का पता मुझे भी बताएं, पैसों की तंगी चल रही है।
सब अगड़म बगड़म हो गया, अगर हिसाब लगा पाये तो पुन: टिप्पणी देंगे।
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नये प्रकार के ब्लैक होल की खोज संभावित
तीन-तीन बैंकों में खाते और गार्ड और चपरासी को पैसे देने में कंजूसी।
हर बार गणित में ही क्यों उलझाते हैं, थोड़ा हटकर भी पूछे
क्या घांसू पहेली दी है बाप पसीना निकल गया, पर हल नहीं सुझ रहा है।
इतने भयानक आईडिया आपके दिमाग में आते कहां से हैं।
13.125 Rs
रु. १३.१२५
चेक कर लिया-रु. १३.१२५ ही सही है. विजेता घोषित कर लिजिये फिर रिश्वर को उकसावा देने की कमेटी गठित करते हैं.
माना उसके पास x रु है
पहली बैंक में जाते हुए दिये ५
बचे x - 5
बैंक में दुगने हुये तो हुए २x - 10
जाते हुए गार्ड को दिये ५ रु बचे 2x-15
दुसरी बैंक में जाते हुए दिये ५
बचे २x - २०
बैंक में दुगने हुये तो हुए ४x - ४0
जाते हुए गार्ड को दिये ५ रु बचे ४x-४5
तीसरी बैंक में जाते हुए दिये ५
बचे ४x - 5०
बैंक में दुगने हुये तो हुए ८x - 10०
जाते हुए गार्ड को दिये ५ रु बचे ८x-1०5
पर आप तो कह रहे है की कुच नही बचा?
तो
८x - 105 = 0
8x = 105
x = 105/8
= 13.125
अरे यही तो सभी बता रहे है.. सही बता रहे है..
हमने सोचा पुरा पर्चा हल कर ्लिखते है नहीं तो मास्साब सोचेगे नकल मारी है..:)
जब सब बता रहे है तो काहे का दिमाग का माठा करना हमारा भी 13.125 लाक किया जाये।
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