बीयर पिलाओ-चूहों से मुक्ति पाओ
शर्माजी... चौबेजी....तिवारीजी... देवांगनजी... शुक्लाजी....वाधवानीजी, कुकरेजाजी... सोनीजी... सोनाजी... करजी... हर जी के घर में पत्नी जी की एक ही शिकायत है। पत्नी कहती हैं अजी सुनते हो जी॥ पति महोदय कहते हैं सुनाइए न जी। पत्नी कहती हैं क्या करें आप तो ध्यान देते नहीं है घर का सारा सत्यनाश हुआ जा रहा है। पति बेचारे घबरा जाते हैं, पूछते
हैं भागवान आखिर बात क्या है। पत्नी बताती हैं कि घर में चूहों की भरमार हो गई है और कुछ भी रखना मुश्किल है। जहां भी कुछ रखो चूहे चट कर जाते हैं। यह बात तो सच है कि आज हर घर में सभी लोग चूहों से परेशान हैं। अब ऐसे परेशान लोगों के लिए एक अच्छी खबर है कि उनको चूहों से मुक्ति मिल सकती है। लेकिन इसके लिए आपको बीयर से दोस्ती करनी पड़ेगी। घबराने की जरूरत नहीं है बीयर आपको नहीं पीनी है, बल्कि उन चूहों को पिलानी है जो आपकी परेशानी का सबब हैं। एक शोध में यह बात सामने आई है कि चूहों से मुक्ति का एक आसान रास्ता बीयर है। चूहे ही नहीं बल्कि कीटों से भी बीयर निजात दिलाने का काम करेगी।
आप एक कढ़ाई लीजिए जिसमें तेल की एक परत हो उसमें बीयर डाल दीजिए। इस कढ़ाई का बीयर पीने के थोड़ी देर बाद चूहा मर जाएगा। तो फिर देर किस बात की है आपको अगर चूहों से मुक्ति चाहिए तो इसका प्रयोग करके देखें, शायद आपको मुक्ति मिल जाए।
एक तरफ राजस्थान का चूहों का करणीदेवी का मंदिर है जिसके बारे में कोई इंकार नहीं कर सकता है तो दूसरी तरफ गुजरात में आए प्लेग का वह भयानक मंजर है जिसे कोई नहीं भूल सकता है। इसी तरह से करणीदेवी के मंदिर में जिस तरह से चूहे विचरण करते हुए अच्छे लगते हैं, उसी तरह से ये घर में कभी अच्छे नहीं लगते हैं। जिनके घरों-दुकानों में चूहे हो जाते हैं उनकी नाक में दम हो जाता है। हर कोई इनसे मुक्ति चाहता है। चूहा मार दवाई जो बाजार में मिलती है उसका भी असर नहीं होता है। कारण साफ है असली दवाई मिले तब असर हो न। फिर ऐसी दवाई बेचने वाले भी आज घबराते हैं पता नहीं कौन यह दवाई लेकर चूहों की बजाए खुद खा जाए या फिर किसी को खिला दे। ऐसे हादसे हर शहर में होते रहते हैं।ऐसे में चूहों से परेशान रहने वालों के लिए एक अच्छी खबर यह है कि अब उनको इनसे मुक्ति दिलाने का काम बीयर से होगा। अमरीका के बाक्सर स्टीफेन एल टूवीडेन ने कीटों पर किए गए 2800 सुरक्षित और प्रभावकारी विकल्पों में से एक विकल्प बीयर को बताया है। उन्होंने सलाह दी है कि आप एक कढ़ाई लीजिए जिसमें तेल की एक परत हो उसमें बीयर डाल दीजिए। इस कढ़ाई का बीयर पीने के थोड़ी देर बाद चूहा मर जाएगा। तो फिर देर किस बात की है आपको अगर चूहों से मुक्ति चाहिए तो इसका प्रयोग करके देखें, शायद आपको मुक्ति मिल जाए। हम तो आज इसका प्रयोग करके देखने का विचार कर रहे हैं क्योंकि हमारे यहां भी चूहों की भरमार है।
16 टिप्पणियाँ:
यह बात तो सच है कि बाजार में चूहा मार दवाई असली मिलती ही नहीं है। असली मिलती तो चूहों से मुक्ति दिलाने के लिए ऐसा शोध ही क्यों होता।
भईया जिनको बीयर से परहेज है उनका क्या होगा?
लेकिन अपने यहाँ के लोग क्या चूहों को बियर पीने देंगे...शायद नहीं..
चूहों को मारना पाप है, क्योंकि ये गणेशजी के वाहन हैं।
हम भी सोच रहे हैं कि आज इसका भी प्रयोग करके देखा जाए, सफलता मिली तो जरूर बताएंगे।
अरे भाई साहब आप चूहों से मोहब्बत करें किसने रोका है, पर हमें तो परेशान करते हैं तो हम तो इनको मारेंगे ही न।
जानकारी देने के लिए शुक्रिया।
सफलता मिलें तो हमें भी जरूर बताएँ
लगता है की अब बियर पीने वालों को सावधान होना पड़ेगा.हमने सुना है की दवाईयों का प्रयोग पहले चूहों पर करते है उसके बाद ही मनुष्य पर आजमाया जाता है. जब बियर पीकर चूहे मर सकते हैं तो कढाई में तेल की परत लगा कर उसमें बियर दाल दें फिर हम खुद ही पी लें. स्वर्ग शायद सुनिश्चित हो जावे.
जानकारी देने के लिए शुक्रिया।
इस शोध से शराब और बीयर का सेवन करने वालों को यह बात समझ लेनी चाहिए कि हकीकत में शराब कितनी खराब होकी है। अगर बीयर से चूहों का अंत हो सकता है तो फिर इंसानों का क्यों नहीं? बीयर पीने वालों अब सावधान हो जाओं कहीं आपका अंत भी तो निकट नहीं है।
एक छोटी सी जानकारी को आपने काफी रोचक अंदाज में पेश किया है मजा आ गया दोस्त।
chooha maarna paap hai
ऐसी ही नई जानकारियों से अवगत कराते रहे
कोई इस प्रयोग का नतीजा बताएगा ?
या बेचारा चूहा अभी तक इंतजार कर रहा है
एक टिप्पणी भेजें