भागीरथ की गोद में बचपन....
खल्लारी यात्रा के दौरान वहां पर पहाड़ी में स्थित भागीरथ की इस विशालकाय मूर्ति को देखकर हमारी बिटिया रानी और हमारे मित्र के पुत्र बिट्टू से रहा नहीं गया और दोनों जाकर बैठ गए भागीरथ महाराज की गोद में। ऐसे में हमने भी देर नहीं की और सुखद क्षणों को कैद कर लिया अपने कैमरे में। भागीरथ की इस मूर्ति के सामने ही शंकर जी की भी मूर्ति है। भागीरथ की गाथा से तो सब परिचित ही हैं।
5 टिप्पणियाँ:
अच्छी तस्वीर है
खूब घूमो राजकुमार्।
लाजवाब तस्वीर है गुरु
इसी को तो बचपन कहते है
वाह क्या सीन है
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