राजनीति के साथ हर विषय पर लेख पढने को मिलेंगे....

शुक्रवार, जून 19, 2009

बिन पानी सब सून...

पानी की जरूरत किसे नहीं होती है। छत्तीसगढ़ अब तक गर्मी की चपेट में है और यहां कई गांवों में आज भी पानी की मारा-मारी है। एक गांव में काफी दूर से अपने लिए पानी लेकर घर जाती एक महिला की तस्वीर यही बयान कर रही है कि पानी बिन सब सून..

2 टिप्पणियाँ:

परमजीत सिहँ बाली शुक्र जून 19, 07:41:00 pm 2009  

सभी जगह यह हाल है।कहीं कम तो कहीं ज्यादा।सभी परेशान हैं।

शरद कोकास शनि जून 20, 02:32:00 am 2009  

टिप्पणी नहीं,बस पानी पर एक कविता

प्यास के बारे में कोई बिम्ब खडा करने से बेहतर

मै सीधे सीधे बात करना चाहता हूँ

उस प्यास की
जिसे पानी से बुझाया जाता है


इस दौर में
जहाँ खरीदने की हैसियत रखने वाले लोग
अपना पानी साथ लिये चलते हैं

कितना मुश्किल है

प्यास लिये हुए सफर तय करना


कोई चारा भी तो नहीं

किसीसे कहने लायक बात भी नहीं

उस वक्त जब हमारी तरह

बहुत सारे लोग प्यासे हों


अब इसे 'पानी' कहें या 'जल'
इस बात पर लडने से बेहतर है

इसे हासिल करने की कोशिश करना .


---शरद कोकास

Related Posts with Thumbnails

ब्लाग चर्चा

Blog Archive

मेरी ब्लॉग सूची

  © Blogger templates The Professional Template by Ourblogtemplates.com 2008

Back to TOP