शाइनी की तो लग गई वाट..
बलात्कार के आरोप में फंसे फिल्म स्टार शाइनी आहूजा की वाट लगनी अब तय हो गई है। नौकरानी ने जज के सामने जो बयान दिया और मेडिकल रिपोर्ट में जिन बातों का खुलासा हुआ है उसके बाद उनका बचना कठिन है। ऐसे में यह बात भी है कि अब उनकी बड़बोली पत्नी अनुपमा आहूजा का क्या होगा। उन्होंने कुछ समय पहले काफी आत्मविश्वास के साथ मीडिया के सामने यह दावा किया था कि उनके पति बेकसूर हैं और उनको फंसाया जा रहा है। अनुपमा ने तो यहां तक कह दिया था कि महिलाएं बलात्कार क्यों नहीं कर सकती हैं। उनके कहने का सीधा सा मतलब यह था कि उनके पति ने नौकरानी का बलात्कार नहीं किया है, बल्कि उनका बलात्कार हुआ है। अब यह बात साफ हो गई है कि शाइनी ने ही बलात्कार किया था और उनकी नीयत बहुत पहले से अपनी नौकरानी पर थी। नौकरानी की मेडिकल रिपोर्ट के साथ उनका जज के साथ दिया गया बयान इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि शाइनी ने बलात्कार किया है। अब ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि अनुपमा का क्या होगा। पति का पक्ष लेना अच्छी बात है लेकिन पति के ऊपर अंधा विश्वास करना घातक ही होता है और अनुपमा के साथ यही हुआ है।
शाइनी आहूजा मामले में उनके चाहने वालों के लिए एक बुरी खबर यह है कि शाइनी पर अब बलात्कार का आरोप साबित होना तय है। इसी के साथ यह भी तय हो गया है कि शाइनी की नीयत अपनी नौकरानी पर काफी पहले से खराब थी। नौकरानी ने अदालत में अपनी मौसी के साथ जाकर जो बयान दिया है उस पर गौर करने से साफ हो जाता है कि शाइनी ही बलात्कारी हैं। बकौल नौकरानी शाइनी ने बलात्कार के एक दिन पहले यानी 13 जून को उसको एक टंकी का ढक्कन खोलने के लिए स्टूल पर चढऩे को कहा था। नौकरानी जैसे ही स्टूल में चढ़ी शाइनी ने उसे दबोचने के कोशिश की थी, तब नौकरानी ने उनको छूने से मना किया था। इसके अगले दिन ही शाइनी ने उसको पानी देने के बहाने अपने बेडरूम बुलाया और अपनी मनमर्जी करने में सफल हो गया। शाइनी ने नौकरानी के मुंह में तकिया रख दिया था जिससे वह चिल्ला न सके।
एक तरफ शाइनी की नौकरानी का जज के सामने अदालत में दिया गया यह बयान है तो दूसरी तरफ उसकी मेडिकल रिपोर्ट भी है जिससे यह साबित होता है कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक नौकरानी को जब पहले दिन मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया था तो डॉक्टरों ने देखा कि गुप्तांग में इतनी ज्यादा सूजन है कि उनकी जांच ही नहीं की जा सकती है, ऐसे में उसको पांच दिन बाद लाने के लिए कहा गया। नौकरानी ने अपने को बचाने के लिए जो विरोध किया जिसके कारण शाइनी की बाई कलाई में और अंगुलियों में चोट है, इस बात का खुलासा भी मेडिकल रिपोर्ट में हो चुका है। अब इतने सबूत के बाद यह सोचना मुश्किल है शाइनी बच सकता है।
शाइनी के मामले में इन सब बातों के खुलासे के बाद सबसे ज्यादा तरस उनकी पत्नी अनुपमा पर आ रहा है जिन्होंने काफी जोर-शोर से यह साबित करने की कोशिश की थी कि उनके पति तो सत्यवादी राजा हरिशचन्द्र जैसे हैं। बकौल अनुपमा शाइनी ऐसा कर ही नहीं सकते हैं। न तो वे शराब पीते हैं, न कोई नशा करते हैं फिर भला वे बलात्कार कैसे कर सकते हैं? अब यह अनुपमा को कौन समझाए कि बलात्कार करने के लिए किसी नशे की जरूरत नहीं होती है। बलात्कार करने की मानसिकता ही अपने आप में खतरनाक नशा है। जिस इंसान के दिमाग में इतना घिनौना नशा घर कर गया हो उसको और किसी नशे की जरूरत क्या है। अरे मैडम कुछ बोलने से पहले कम से कम अपने पति के उस बयान पर ही गौर कर लिया होता जिसमें उन्होंने कहा था कि सेक्स नौकरानी की सहमति से हुआ था।
शाइनी को यह बात मालूम थी कि शायद वे ऐसा बोलकर बच सकते हैं। संभवत: शाइनी को इस बात का भरोसा रहा होगा कि वे पैसों के दम पर नौकरानी का बयान इस तरह से दिलवाने में सफल हो जाएंगे। लेकिन फिलहाल वे ऐसा नहीं कर पाएं हैं। हो सकता है आगे ऐसा कुछ हो जाए। इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन फिलहाल तो यह बात है कि आखिर अनुपमा का क्या होगा? जिन्होंने पूरी नारी जाति को ही कटघरे में खड़ा करते हुए कह दिया था कि महिलाएं बलात्कार क्यों नहीं कर सकती है? अब शाइनी के मामले में सबूत आने के बाद उनको बताना चाहिए कि अब उनका क्या कहना है। अब तो हर किसी का ऐसा मानना है कि बलात्कार के मामले में न सिर्फ शाइनी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, बल्कि अनुपमा को अब तो सामने आकर नारी जाति से क्षमा मांग लेनी चाहिए। लेकिन हमको नहीं लगता है कि वह ऐसा कुछ करेंगी। वह तो अब भी अपने पति को बचाने के लिए कुछ भी तिकड़म करने में जुटीं होंगी, आखिर वह एक पत्नी हैं और भी अपने पति पर अंधा विश्वास करने वाली पत्नी। फिर अगर उनके सामने भगवान भी आकर कह दें कि उनका पति दोषी है तो वह क्यों कर मानने लगीं। उनका पति तो खुद परमेश्वर है फिर किसी दूसरे परमेश्वर की बात क्यों मानी जाए।
9 टिप्पणियाँ:
शाइनी की छवि फिल्मों में भी कौन सी अच्छी रही है। गंदे सिने देने में जो इंसान उस्ताद हो उसकी मानसिकता भी तो गंदी ही होगी। शाइनी ने बलात्कार करने की योजना बनाते समय सोचा होगा कि गरीब नौकरानी उसका क्या बिगाड़ लेगी।
शाइनी जैसे बलात्कारियों के कारण ही आज घर में काम करने वाली नौकरानियां भी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे दरिंदों को तो फांसी पर लटका देना चाहिए।
अदालत के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के बाद क्या बच जाता है। कड़ी सजा जरूर मिलनी चाहिए।
आप का आज का आलेख बहुत अच्छा है। वास्तव में किसी अपराधी को बचाने के लिए या फंसाने के लिए भी माध्यमों में बहुत बयान आते हैं लेकिन ये सभी अन्वेषण, अभियोजन और विचारण को प्रभावित करते हैं जिस से अपराधी को सजा से बचने में मदद मिलती है।
मुझे लगता है कि किसी भी अपराध के मामले में केवल रिपोर्टिंग तक ही सीमित रहा जाए तो अच्छा है।
ग्वालानी जी, आज यह टिप्पणी करने और आलेख पढ़ने के लिए आप का ब्लाग ऑपेरा में खोलना पड़ा। फायरफॉक्स में हमेशा हेंग हो जाता है।
अदालत के बयान और मेडिकल रिपोर्ट की आपने नई जानकारी दी है। अब तो सजा का फैसला सुना ही देना चाहिए।
यह बात आपने ठीक लिखी है कि अनुपमा आहूजा को अब नारी जाति के सामने आकर माफी मांगनी चाहिए।
शाइनी को तो अब सजा मिलनी ही चाहिए।
दोषी को तो सजा होनी ही चाहिए !
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