अबे तुम पत्रकार क्या घुटना दिमाग होते हो? - बे-बात पर ही खफा होगा
''राज़''-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी
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सभी को नमस्कार करता है आपका *राज*
अबे तुम पत्रकार क्या घुटना दिमाग होते हो?
एक मित्र का फोन आया और उसने एक सवाल दाग दिया कि क्या तुम पत्रकार घुटना
दि...
13 वर्ष पहले
5 टिप्पणियाँ:
बहुत सुंदर तस्वीरें हैं, मजा आ गया
ऐसी शाम देखना सबको नसीब हो
bahut hi lajawaab tasveerein hain.
वाह क्या सीन है.....
चिल्पी घाटी पर खूब चलें है जबलपुर से रायपुर और सरदार जी के ढ़ाबे की तो बात ही निराली थी मगर ऐसा मंजर आज देखा तस्वीरों में. आभार.,
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